सुमित ने कभी नहीं सोचा था कि एक अकेला सफर उसकी जिंदगी को हमेशा के लिए बदल देगा। वह एक सामान्य आदमी था, जो अपनी दिनचर्या में व्यस्त रहता था। एक दिन, जब उसने अपनी छुट्टियों के दौरान अकेले ट्रैकिंग पर जाने का निर्णय लिया, उसे यह ख्याल नहीं आया था कि यह सफर उसके लिए एक खौफनाक अनुभव बन जाएगा।

सुमित ने पहाड़ों के बीच स्थित एक पुराने ट्रैक को चुनने का फैसला किया, जिसे किसी ने लंबे समय से नहीं अपनाया था। उस रास्ते के बारे में बहुत कम लोग जानते थे और यह खौफनाक कहानियों से घिरा हुआ था। लेकिन सुमित का विश्वास था कि यह एक सामान्य ट्रैकिंग होगी, जो उसे एक नई अनुभव का अवसर देगी।

जैसे ही वह ट्रैक पर चला, उसका दिल थोड़ा तेज धड़कने लगा। रास्ता सुस्त था और चारों ओर घना जंगल था। धीरे-धीरे उसकी घबराहट बढ़ने लगी, लेकिन उसने उसे नजरअंदाज करने की कोशिश की। थोड़ी देर बाद, जब वह एक छोटी सी घाटी में पहुंचा, उसे महसूस हुआ कि कुछ अजीब हो रहा है। हवा में हल्की सी खामोशी थी, और उसे महसूस हुआ कि जैसे वह किसी निगाह में कैद हो गया हो।

तभी, उसने एक कटा हुआ पैदल रास्ता देखा जो जंगल के भीतर चला गया था। एक अजीब सा खींचाव था उस रास्ते में, जैसे कोई उसे उस दिशा में खींच रहा हो। सुमित को कुछ ठीक नहीं लग रहा था, लेकिन उसने डर को नकारते हुए उस रास्ते पर चलने का निर्णय लिया।

जैसे ही वह उस रास्ते पर आगे बढ़ा, उसकी नजरें और ध्यान हर तरफ लगी हुई थीं। एक घंटे बाद, वह एक पुराने खंडहर के पास पहुंचा। वह खंडहर बिल्कुल सुनसान था, और जैसे ही वह अंदर गया, उसे ऐसा महसूस हुआ कि वहां किसी ने उसकी तरह के किसी और को देखा हो। उसके कदमों की आवाज़ गूंज रही थी, और हर कदम के साथ वह खौफ में था।

अचानक, एक साया उसकी आँखों के सामने आया। वह साया काफी करीब था, लेकिन जब सुमित ने उसे ठीक से देखा, तो वह कुछ और नहीं, बस एक धुंधला सा रूप था। उसकी आंखों में अजीब सी चमक थी, और वह अजीब सी हंसी हंस रहा था। सुमित के दिल की धड़कन तेज हो गई, और उसे समझ नहीं आया कि यह सब क्या हो रहा था।

"तुम यहाँ क्या कर रहे हो?" साया अचानक बोला, और सुमित की साँसें रुक गईं। उसकी आवाज़ इतनी खौफनाक थी कि सुमित की रूह तक काँप उठी। वह जवाब नहीं दे सका, सिर्फ इतना ही कह सका, "मैं सिर्फ ट्रैकिंग कर रहा हूँ।" लेकिन साया हंसी और बोला, "तुम्हारा सफर यहीं खत्म होगा।"

सुमित की समझ से बाहर था कि वह किसके सामने खड़ा था, लेकिन उसे लगा जैसे यह सब एक खौफनाक खेल था, जिसमें वह फंसा हुआ था। अचानक साया गायब हो गया और सुमित ने देखा कि वह खंडहर के अंदर एक और रास्ता था, जो एक गहरी सुरंग में खुलता था। उसकी जिज्ञासा ने उसे उस रास्ते पर जाने के लिए मजबूर किया।

सुरंग के अंदर, अंधेरा था, लेकिन जैसे-जैसे सुमित आगे बढ़ा, उसे लगा कि वहां कुछ और मौजूद है। वह लगातार सुन रहा था जैसे किसी की सांसों की आवाज आ रही हो। उसकी धड़कन तेज हो गई, लेकिन वह फिर भी रुका नहीं। अंधेरे में एकाएक एक और रूप उभरा, और उसने सुमित को देखा। वह साया वापस लौट आया था।

"तुम बहुत दूर आ चुके हो," साया बोला, "लेकिन अब तुमसे निकलने का रास्ता नहीं है।" सुमित ने समझ लिया कि यह वह रास्ता नहीं था, जिस पर वह चलने की उम्मीद कर रहा था। उसने भागने की कोशिश की, लेकिन जैसे ही वह पीछे मुड़ा, उसने देखा कि सुरंग का मुंह अब बंद हो चुका था। उसे अब समझ में आ गया कि वह एक खौफनाक सफर में फंस चुका था, और इस बार यह सफर बिना लौटे खत्म नहीं होने वाला था।

पूरी सुरंग में सुमित के कदमों की आवाज़ गूंजने लगी। वह समझ चुका था कि वह जिस अजनबी के साथ था, वह कोई और नहीं बल्कि उसकी अपनी ही चेतावनी थी। यह खौफनाक सफर उसे यह सिखाने आया था कि डर और भूतिया घटनाओं का सामना करने के लिए खुद को मजबूत रखना बहुत ज़रूरी होता है।

सुमित अब समझ चुका था कि हर खौफनाक सफर के बाद ही आदमी सचमुच में अपनी ताकत को पहचानता है। उसने डर को नकारते हुए उस रहस्यमयी रास्ते को तय किया, और अंत में वह सुरंग से बाहर निकला, जहां उसकी आंखों के सामने एक नई दुनिया खड़ी थी।

बाहर आते ही, सुमित ने महसूस किया कि वह पुराने खंडहर के पास खड़ा था, लेकिन अब वह स्थान बिलकुल अलग सा लग रहा था। चारों ओर एक अजीब सी शांति थी, जैसे कुछ बदल चुका हो। उसकी आँखों में एक नई शक्ति और आत्मविश्वास था। वह समझ चुका था कि वह अब पहले जैसा नहीं था।

सुमित ने एक गहरी साँस ली और आस-पास का मुआयना किया। अचानक, उसके कानों में एक आवाज़ गूंजी, "तुमने सही रास्ता चुना।" सुमित ने पलटकर देखा, लेकिन वहां कोई नहीं था। उसकी समझ में आया कि वह अब उस साया को न देख पा रहा था, लेकिन उसकी उपस्थिति कहीं न कहीं उसके साथ थी।

वह खड़ा होकर उस नई दुनिया में कदम बढ़ाता है, जहां हर चीज़ को नई नजर से देखने की उसकी शक्ति बढ़ गई थी। वह जानता था कि इस खौफनाक सफर ने उसे न सिर्फ डर से बाहर निकाला है, बल्कि एक ऐसी ताकत दी है जो उसे जीवन के किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार कर चुकी थी।

लेकिन साथ ही उसे एहसास हुआ कि इस सफर के बाद कोई भी स्थान अब पहले जैसा नहीं रह सकता था। खौफनाक घटनाएँ और रहस्यमय तरीके से खुद को पहचानने के बाद, वह यह जान चुका था कि जीवन में आने वाली अंधेरी राहों से उसे डरने की ज़रूरत नहीं है।

सुमित अब उस पुराने ट्रैक पर लौटने के बारे में सोचता है, लेकिन वह जानता था कि वह वही इंसान नहीं था जो पहले था। अब वह नया सुमित था—जो अब डर को अपने भीतर नहीं बल्कि बाहर देखता था।